चावल-दाल,आलू और...मणिपुर हिंसा के दो साल होने पर युवक ने सुनाई दास्तां ॥ॐ नमो महाशाबरी शक्ति मम अरिष्टं निवारय मम कार्य सिद्धं कुरु कुरु स्वाहाः॥ ॥ॐ ऐं सूदर्शनाय (अमुक) वश्यं हुं ऐं फट स्वाहाः॥ ॐ खां ग्याम ग्याह महुम पति/पत्निं वश्यम् कुरुह कुरु स्वाहा: वैसे तो इस प्रयोग के जरिये https://networkbookmarks.com/story19488204/an-unbiased-view-of-love-vashikaran