यमराज, कुबेर, दिग्पाल, कवि, विद्वान आदि अर्थात कोई भी आपके यश का पूर्णतः वर्णन नहीं कर सकते है। .. और यही कारण है निराला जी तुलसीदास को कालिदास, व्यास, वाल्मीकि, होमर, गेटे और शेक्सपियर के समकक्ष रखकर उनके महत्त्व का आकलन करते हैं। SankataSankataTrouble / issue kataiKataiCut short / https://collinxiqaj.fare-blog.com/20086064/the-ultimate-guide-to-chalisa-hanuman-pdf