1

Detailed Notes on poetry

News Discuss 
रात तो क्या…, पूरी जिन्दगी भी, जाग कर गुजार दूँ तेरी खातिर, बस तू एक बार कह कर तो देख कि, “मुझे तेरे बिना नींद नही आती…” पर हम हमेशा भूल जाते हैं कि वही मां-बाप जब आप बिल्कुल भी नहीं चल पाते थे तो उन्होंने आपकी उंगलियां पकड़ कर https://falakpardesi.blogspot.com/2020/03/falak-pardesi-very-sad-poetry-whatsapp.html

Comments

    No HTML

    HTML is disabled


Who Upvoted this Story